आज लाल किताब से:
"खुद सूरज जब दुश्मन की राशी या उन के पक्के घर हुआ तो जिस खाना में बैठा हुआ इस खाना न: की मुत्तलका चीज़ों वही असर बुरा कर दिया जो सूरज पर खुद हो जाना था . लेकिन जब दुश्मन ग्रहों के साथ ही किसी घर में हो बैठे, तो दुश्मन गृह का फल उस खाना की मुत्तलका चीज़ों पर बुरा करा दिया जिस खाने में की सूरज और दुश्मन ग्रह बैठे थे.
उपर की शर्त पर अगर इन के साथ सूरज के दोस्त मददगार भी बैठा हो तो सूरज अपनी बला उस दोस्त ग्रह पर डाल देगा और बुरा असर उस मददगार ग्रह की उस खाने की मुत्तलका चीजोँ पर हो जायेगा."
....निर्मल कुमार
No comments:
Post a Comment